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एक-दूसरे से अपने समृद्ध अनुभवों को साझा करें, संत पापा फ्राँसिस

संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार 20 सितम्बर को हिस्पानिक या लातीनी काथलिक समुदाय की पाँचवीं राष्ट्रीय सभा के प्रतिभागियों को एक वीडियो संदेश प्रकाशित कर, प्रोत्साहन दिया कि वे एक-दूसरे से अपने समृद्ध अनुभवों को साझा करें, दीवारों को तोड़ें तथा सेतु का निर्माण करें।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

धर्माध्यक्षों एवं हिस्पानो लातीनी प्रेरितिक देखभाल पर पाँचवीं राष्ट्रीय सभा के प्रतिभागियों को सम्बोधित कर, मुलाकात की संस्कृति उत्पन्न करने के लिए जो लोगों में उम्मीद जगाती है, संत पापा ने उनके प्रयासों की सराहना की।

संस्कृतियों, जीवन-शैली एवं विचार प्रणाली के प्रति सम्मान को बढ़ावा  

सभा के आरम्भ में दिये अपने संदेश में उन्होंने कहा कि विभिन्न समुदायों को शामिल करने और उनके साथ बातचीत करने के द्वारा वे विभिन्न संस्कृतियों, जीवन-शैली एवं विचार प्रणाली के प्रति सम्मान को बढ़ावा दे रहे हैं तथा उन्हें मुलाकात करने तथा आशा में आगे बढ़ने में मदद कर रहे हैं।  

उन्होंने कहा, "आप एक ऐसे मनोभाव को प्रस्तुत करते हैं जो प्रत्येक व्यक्ति एवं प्रत्येक दल को अपनी परम्परा एवं अनुभव की प्रचुरता, दीवारों को गिराने एवं सेतु निर्माण करने हेतु प्रोत्साहित करता है।"

चुनौतियों का प्रत्युत्तर देने हेतु अमरीकी कलीसिया के लिए ठोस रास्ता 

संत पापा ने पाँचवें राष्ट्रीय सभा की विषयवस्तु की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि यह अमरीका की कलीसिया के लिए एक ठोस रास्ते का निर्माण करना चाहता है जो वर्तमान की चुनौतियों का प्रत्युत्तर दे सके तथा भावी आशा की खोज करने वालों की सहभागिता को प्रोत्साहित कर सके, खासकर, उन युवाओं एवं परिवारों के लिए जो समाज के बाहरी इलाकों में जीते हैं। उन्होंने कहा कि सभा में विस्थापितों तक पहुँचने पर भी विचार किया जाएगा, जो भय और अनिश्चितता की स्थिति में जीते हैं ताकि उन्हें भी समुदाय की भावना, मित्रता और समर्थन का एहसास हो सके। 

संत पापा ने आशा व्यक्त की कि सभा प्रचुर फल उत्पन्न करेगा तथा कलीसिया इस प्रक्रिया में अपने चिंतन एवं प्रेरितिक आत्मजाँच के द्वारा  साथ देती रहेगी।  

 

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21 September 2018, 15:53