पलेरमो सेमिनरी के सामने फादर सिलवियो पलेरमो सेमिनरी के सामने फादर सिलवियो  

पलेरमो में संत पापा की यात्रा का कारण उनका स्नेह

धन्य शहीद जुसेप्पे पुलिसी की हत्या की 25वीं वर्षगाँठ पर, पलेरमो में संत पापा फ्राँसिस का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

पलेरमो सेमिनरी के प्राचार्य फादर सिलवियो सग्रो ने वाटिकन न्यूज से कहा, "यह निश्चय ही उनका स्नेह है जिसको वे पलेरमो की कलीसिया के लिए देना चाहते हैं। मैं उन लोगों की याद करता हूँ जो ख्रीस्तीय नहीं हैं वे भी उनके स्वागत की तैयारी बड़े जोश एवं उत्साह के साथ कर रहे हैं।"

धन्य शहीद जुसेप्पे पुलिसी एक पल्ली पुरोहित थे जिन्हें माफिया ने उनके 56वें जन्म दिवस पर, व्यवस्थित हत्या का विरोध करने, युवाओं को प्रोत्साहन देने एवं पाद्रे नोस्त्रो केंद्र की स्थापना करने के कारण की थी। फादर ने कहा कि संत पापा की पलेरमो यात्रा फादर पुलिसी के कार्यों का समर्थन एवं निष्ठा का महत्वपूर्ण चिन्ह है।

यात्रा एकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण चिन्ह

उन्होंने कहा, "मैं विश्वास करता हूँ कि पलेरमो में संत पापा फ्राँसिस की यात्रा एकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण चिन्ह है। हमें दृढ़ प्रोत्साहन की आवश्यकता है जो हमें कलीसिया, समुदाय एवं सहभागिता का एहसास कराता है। संत पापा हमें उसी रास्ते को दिखलाते हैं जिसको फादर पिनो पुलिसी ने अपनाया था, अंत तक विश्वस्त बने रहने का रास्ता। डॉन पुलिसी कभी पीछे नहीं हटे बल्कि अपने मिशन में अंत तक विश्वस्त बने रहे।"

डॉन पिनो गुरूकुल छात्रों के आदर्श

पलेरमो सेमिनरी के गुरूकुल छात्र बड़े उत्साह से उनका इंतजार कर रहे हैं वे संत पापा का खुलकर एवं समझने योग्य सरल भाष में बात करने को बहुत पसंद करते हैं। फादर सिलवियो ने कहा कि डॉन पिनो गुरूकुल छात्रों के आदर्श हैं। उन्होंने कहा, "फादर पिनो पुलिसी हमारे जीवन में उपस्थित हैं। वे विशेष रूप से, प्रभु का अनुसरण करने में हमारा मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने स्वयं ख्रीस्त का अनुसरण किया, लगातार ईशवचन का स्वागत किया तथा उसे आत्मसात किया, यह उनमें जीवन बन गया, इस प्रकार फादर पिनो गुरूकुल छात्रों के आदर्श हैं। उनका समय ईश्वर एवं लोगों के लिए था। हम जानते हैं कि उन्होंने युवाओं को विशेष ध्यान दिया जो गुरूकुल छात्रों को चुनौती देता है। फादर पिनो ऐसे व्यक्ति नहीं थे जो आवाज कर दूसरों का ध्यान खींचना चाहते थे बल्कि वे मौन रूप से उपस्थित होकर भी अपना चिन्ह छोड़ देना जानते थे। वे किस तरह बुलाना एवं दूर करना भी जानते थे।

अपने छोटे कार्यों में स्थिरता का लक्ष्य

डॉन पिनो कहा करते थे कि यदि कोई कुछ करता है तो उसके लिए पहला चीज है कि वह छोटी चीजों में विश्वस्त रहे। उन्होंने कहा, "हमें स्थिरता का लक्ष्य रखना चाहिए। हम ख्रीस्तीय हैं, प्रभु के शिष्य, अतः छोटी चीजों से शुरू कर, हमें उन्हीं के अनुरूप जीना चाहिए।" 

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11 September 2018, 16:52