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संत गाब्रिएल के तीर्थस्थल पर पैदल तीर्थयात्रा

इटली के तेरामो में संत गाब्रिएल की 38वीं तीर्थयात्रा के अवसर पर 5 अगस्त को करीब 1,500 श्रद्धालु पद यात्रा करेंगे। तार्थयात्रा का आयोजन तीर्थस्थल की देखरेख करने वाले पस्सियोनिस्ट पुरोहित एवं तेदोपोली संत गाब्रिएल के युवाओं ने की है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

तीर्थयात्रा शनिवार 10 बजे रात को तेरामो महागिरजाघर से आरम्भ होकर, रविवार 5 अगस्त को प्रातः संत गाब्रियल तीर्थस्थल पर पहुँचेगी, जहाँ उनका स्वागत तीर्थस्थल के अध्यक्ष करेंगे।   

रविवार को पेन्ने एवं लोरेतो अप्रूतिनो के तीर्थयात्री भी 50 किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए संत गाब्रिएल तीर्थस्थल पहुँचेंगे। पागानिका से भी कुल 200 तीर्थयात्री ग्रान सास्सो पर्वत पार करते हुए तीर्थस्थल पर पहुँचेंगे।

ज्ञात हो कि हर साल जून, जुलाई एवं अगस्त के महीनों में कई तीर्थयात्री इटली के विभिन्न क्षेत्रों से पैदल तीर्थयात्रा करते हुए संत गाब्रिएल तीर्थस्थल पर आते एवं अपनी प्रार्थनाएं चढ़ाते हैं।

संत गाब्रिएल

संत गाब्रिएल का जन्म 1 मार्च 1838 को इटली के असीसी में हुआ था। उनकी मृत्यु 27 फरवरी 1862 को 23 साल की उम्र में हुई। वे विद्यार्थियों, युवाओं, पुरोहितों, गुरूकुल छात्रों और अब्रूत्सी के संरक्षक माने जाते हैं। उनकी धन्य घोषणा 31 मई 1908 को संत पापा पीयुस दसवें के द्वारा हुई तथा संत घोषणा 13 मई 1920 को संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें द्वारा की गयी। उनका सबसे बड़ा तीर्थस्थल इटली के तेरामो स्थित अब्रूस्ती में स्थित है। उनका पर्व 27 फरवरी को मनाया जाता है।

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04 August 2018, 13:13