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केरल के एक शिविर में जमा लोग केरल के एक शिविर में जमा लोग 

काथलिक संघ द्वारा केरल को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग

अखिल भारतीय काथलिक संघ ने केरल में बाढ़ और भूस्खलन के दुष्प्रभाव को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है।

माग्रेट सुनीता मिंज - वाटिकन सिटी

वेलांकन्नी, सोमवार 20 अगस्त 2018 ( उकान) :  अखिल भारतीय काथलिक संघ (एआईसीयू) ने केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बाढ़ के प्रभाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और राज्य सरकारों को स्थिति से निपटने में मदद करने के लिए तुरंत धनराशि देने की मांग की है।

बीबीसी समाचार के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हेलीकॉप्टर से केरल में बाढ़ का जायज़ा लिया। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के लिए 500 करोड़ रुपए मदद की घोषणा की है। अब तक 350 से ज़्यादा लोग केरल की बाढ़ में मारे जा चुके हैं। हज़ारों लोग अब भी बाढ़ में फंसे हुए हैं जबकि लगभग 3 लाख 14 हज़ार लोग 2094 राहत शिविरों में रखे गए हैं।

तमिलनाडु के वेलांकन्नी शहर में आयोजित वार्षिक आम बैठक में काथलिक संघ की कार्यकारी समिति ने इस बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का प्रस्ताव पारित किया। केरल राज्य से बड़ी संख्या में ख्रीस्तीय एआईसीयू के सदस्य हैं। एआईसीयू केरल के कलीसिया के प्रमुखों और ख्रीस्तियों तथा अन्य धर्मों के लोगों के प्रति अपना समर्थन और सहयोग बढ़ाया है। साथ ही इसने कर्नाटक के कूर्ग क्षेत्र में आये बाढ़ में फंसे लोगों को भी सहायता का भरोसा दिया।

देश के नेताओं के निधन पर शोक

एआईसीयू ने हाल ही के दिनों में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं डीएमके के प्रमुख एम. करुणानिधि और पूर्व लोकसभा सभापति सोमनाथ चटर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया। अखिल भारतीय काथलिक संघ ने कहा कि इन चंद दिनों में देश ने कई बड़े नेताओं को खो दिया है।

कार्यकारिणी समति का चुनाव

19 अगस्त को आयोजित वार्षिक आम बैठक में द्विवार्षिक चुनावों में, मंगलौर की लान्सी डी कुन्हा को सर्वसम्मति से 2020 तक दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, गोवा के एलियास वाज़ को भी दूसरी अवधि के लिए फिर से निर्वाचित किया गया है।

दोनों शताब्दी समारोह में संघ का नेतृत्व करेंगे जो नई दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यक्रम 2019 में समाप्त होगा। प्रत्येक राज्य और हर धर्माध्यक्ष के लिए कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है, जो अगले वर्ष जुलाई-अगस्त तक उनके पास पहुंच जाएगी।

99 वर्षीय एआईसीयू दुनिया के सबसे बड़े लोकधर्मी काथलिक संगठनों में से एक है।

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20 August 2018, 15:51