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फिलीपींस गिरजाघरों में हत्या फिलीपींस गिरजाघरों में हत्या 

पुरोहितों ने सेना द्वारा मौत व उत्पीड़न की धमकी का किया दावा

फिलीपीन स्वतंत्र कलीसिया का कहना है कि हाल के महीनों में आक्रामक सैन्य अभियान का निशाना पुरोहित और ख्रीस्तीय कार्यकर्ता हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

इग्लेसिया फिलिपिना इंडिपेंडेंट (फिलीपीन की स्वतंत्र कलीसिया)आईएफआई के प्रमुख ने पुरोहितों की अवैध निगरानी करने और यहां तक कि उनके खिलाफ मौत की धमकी जारी करने का सुरक्षा बलों पर आरोप लगाया है।

कलीसिया के प्रमुख धर्माध्यक्ष, रई टिंबांग ने 12 जुलाई को एक साक्षात्कार में उकान्यूज को बताया, "हम मानते हैं कि राज्य में सत्ता और अधिकार प्राप्त है केवल वही लोग इसतरह मौत की धमकी और उत्पीड़न दे सकते हैं।"

इलोकोस के उत्तरी क्षेत्र से आईएफआई पुरोहित रैंडी मैनीकैप और आर्विन मंग्रुबंग ने बताया कि उन्हें 2017 से धमकी देने वाले फोन और लिखित संदेश प्राप्त हो रहे हैं।

खनन गतिविधियों के विरोध में सक्रियता

दोनों अपने पल्लियों में खनन गतिविधियों के विरोध में सक्रिय हैं और सरकारी अधिकारियों द्वारा कथित मानवाधिकारों के दुरुपयोग की जोरदार आलोचना की है। दोनों पुरोहित इलोकोस नॉर्ट प्रांत में बड़े पैमाने पर खनन के खिलाफ पीपुल्स सॉलिडेरिटी समूह के संयोजक हैं।

पल्ली में काम करने वालों ने भी पल्ली परिसर में "संदिग्ध दिखने वाले पुरुषों" की भी सूचना दी है।

फादर माणिकैप ने कहा, "केवल सरकार को इस उत्पीड़न को करने का मकसद है। वे हमें चुप कराना चाहते हैं क्योंकि हम सामाजिक न्याय के लिए गरीबों का साथ दे रहे हैं।"

फादर मंग्रुबंग ने कहा कि वे हाल ही के महीनों में तीन काथलिक पुरोहितों की हत्या के बाद विशेष रूप से अपने जीवन के लिए डरते हैं। फादर ने कहा, "ये सिर्फ हम पुरोहितों के खिलाफ हमला नहीं हैं, बल्कि विश्वास के खिलाफ जानबूझकर किये गये हमले हैं।"

उन्होंने उकान्यूज से कहा, "हमें डर है कि हमारी पल्लियों को इस गैरकानूनी हिंसा से बचाने की कोशिश में पल्लिवासियों को भी चोट लग सकती है।"

सैन्य प्रवक्ता द्वारा दावे को खारिज

एक सैन्य प्रवक्ता ने दावे को खारिज कर कहा कि सरकार के लिए पुरोहितों के खिलाफ निगरानी अभियान चलाने का "कोई मकसद नहीं" था। उत्तरी लुज़ोन कमांड के लेफ्टिनेंट कर्नल इसागानी नाटो ने कहा, " हम उन्हें धमकी नहीं देते हैं। ऐसा हमारे सैनिक कर ही नहीं सकते। नागरिकों, विशेष रूप से पुरोहितों की रक्षा करना, हमारा कर्तव्य है।"

नाटो ने कहा, "हम एक पेशेवर सैन्य संगठन हैं जो उचित प्रक्रिया का पालन करते हैं और मानवाधिकारों की सुरक्षा को बनाए रखते हैं।" उन्होंने पुरोहितों को सेना का सहयोग देने का आग्रह किया "ताकि वे इन मौत के खतरों और गैरकानूनी कृत्यों के पीछे अपराधियों को ढूंढ सकें।"

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16 July 2018, 16:46