पूर्वी अफ्रीका के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की 19वीं आमसभा के उद्घाटन पर धर्माध्यक्ष पूर्वी अफ्रीका के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की 19वीं आमसभा के उद्घाटन पर धर्माध्यक्ष 

जातीय विविधता का जश्न मनाते हुए एएमइसीइए के धर्माध्यक्ष

पूर्वी अफ्रीका के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की 19वीं आमसभा आधिकारिक तौर पर अदीस अबाबा में रविवार को इथियोपियाई लैटिन विधि में यूखारीस्तीय समारोह के साथ शुरु किया गया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रविवार 15 जुलाई को नौ अफ्रीकी देशों (एरिट्रिया, इथियोपिया, केन्या, मलावी, सूडान, दक्षिण सूडान, तंजानिया, युगांडा और जाम्बिया) के 200 काथालिक धर्माध्यक्षों ने पूर्वी अफ्रीका (एएमईसीईए) धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की 19वीं आमसभा के उद्घाटन के अवसर पर विश्वसियों के साथ पवित्र यूखारीस्तीय समारोह में भाग लिया। उद्घाटन यूखारीस्तीय समारोह डॉन बोस्को सेंटर में आयोजित किया गया था। जिसके मुख्य अनुष्ठाता एएमईसीईए के वर्तमान अध्यक्ष कार्डिनल बेरहानियस सऊफेलियल थे।

संवाददाता फादर सामासूमो के साथ साक्षात्कार

इस अवसर पर वाटिकन न्यूज के संवाददाता फादर पॉल सामासूमो के साथ हुए साक्षात्कार में एएमईसीईए के अध्यक्ष कार्डिनल बेरहानियस ने वर्षों से अम्हारिक और टिग्रीनिया में प्रसारित वाटिकन रेडियो कार्यक्रमों के लिए वाटिकन संचार विभाग को धन्यवाद किया। पूर्वी अफ्रीका (एएमईसीईए) धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की 19वीं आमसभा का विषय है,“एएमईसीईए क्षेत्र में ईश्वर में जीवंन्त विविधता, समान विनम्रता और शांतिपूर्ण एकता”।

इस विषय का चुनाव करने के मकसद पर प्रकाश डालते हुए कार्डिनल बेरहानियस ने कहा,“ यह वर्तमान समय की मांग है जब हम पूर्वी अफ्रीका और अफ्रीका के होर्न में अनेक संघर्षों का सामना कर रहे हैं। इस आमसभा के दौरान, हम न केवल समाधान की तलाश करेंगे, बल्कि हम इस क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए भी प्रार्थना करेंगे।"

ईश्वर के सुंदर उपहारों के लिए जश्न मनाना

कार्डिनल बरहानियसस का मानना है कि एएमईसीईए क्षेत्र को विविधता का जश्न मनाने की जरूरत है क्योंकि यह (विविधता) ईश्वर एक सुंदर उपहार है।

इथियोपियाई धर्माध्यक्ष ने जोर देते हुए कहा, "हम महसूस करते हैं कि जातीय विविधता ईश्वर द्वारा दी गई सकारात्मक बात है और यह महत्वपूर्ण है कि हम एक दूसरे का सम्मान करें और एक-दूसरे की जातीय पृष्ठभूमि का सम्मान करें और साथ ही साथ हममें से प्रत्येक में मानव गरिमा पर जोर दें।"

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16 July 2018, 16:58